क्या आप जानते हैं कि Search Engine Optimized Content आपकी Website की Authority को बढ़ा देता है?
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि Google किसी Website की Authority Check करने, Relevancy देखने और Ultimately उसे Rank करने के लिए अपने Google Algorithms पर Depend करता है।
Google Algorithms में ऐसे कई Factors होते हैं जो किसी Website को Rank करने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं।
यदि हम कुछ Website Ranking Factors की बात करें तो उनमे शामिल हैं – Content Quality, Content Freshness, Content Relevancy, Domain Age, Links, Keyword, etc.
इनके अलावा अन्य सभी Ranking Factors को जानने के लिए इस Blog को पढ़िए।
आज हम इन Factors में शामिल कुछ महत्वपूर्ण Factors को जानेंगे और देखेंगे कि एक Search Optimized Content कैसे लिखा जाता है।
Search Engine Fundamentals को जानने के लिए पढ़िए हमारा Blog : The Ultimate SEO Fundamental Guide For Your Online Business
इसमें हमने SEO क्या है, SEO कैसे काम करता है, Google EAT Guidelines क्या हैं, Google Algorithms & Their Impact इत्यादि के बारे में विस्तार से चर्चा की है।
तो आइये Step-By-Step देखते हैं कि Search Engine Optimized Content लिखने के लिए किन बातों पर ध्यान देना होता है जिससे हमारा Content Search Engine पर Rank हो सके और Free Traffic Gain कर सके।
Table of Contents
Step - 1 : Do Thorough Research
यदि आप अपनी Website के लिए या अपने किसी Client के लिए कुछ Content लिखना चाहते हैं तो बिना Research किये आप Quality नहीं Provide कर पाएंगे।
जहां हर सेकंड Google पर 1 लाख से भी ज्यादा Searches होते हैं, वहां आप भी चाहेंगे कि आपकी Website भी Rank करे और आपको Free Traffic मिले।
इसके लिए आपको Research तो करनी ही पड़ेगी। अन्यथा ये तो ऐसा ही हो जायेगा जैसे “अँधेरे में तीर चलाना !”
Research करना Content Creation के महत्वपूर्ण Steps में से एक है। इसके बिना आगे बढ़ने से आपके Results आने के Chances काफी कम हो जाते हैं।
आपको Users & Search Engine दोनों के लिए एक बेहतरीन Content लिखना होता है जिसके लिए निम्न Strategies पर फोकस करना होता है:
- Research करें कि आपको किस तरह का Content चाहिए। क्या आप How To Type Content लिखना चाहते हैं, एक List Form Content लिखना चाहते हैं, eBook लिखना चाहते हैं, या Guide लिखना चाहते हैं?
- आपको अपने Target Keyword को Select करना होगा, जिसके लिए Keyword Research Process को अंजाम देना होगा।
- अपने Competitors के Content को Analyze करना होगा और देखना होगा कि क्या उनके Content में कोई Missing Information है जिसे आप अपने Content के माध्यम से Audience तक पहुंचा सकते हैं।
- अपने Content की Word Length & Tone को Final करना होगा और एक Content Outline or Framework तैयार करना होगा।
- साथ ही यदि आप पहले से Content Create कर रहे हैं तो अपने Existing Content पर Engagement को देखें और Analyze करें कि कब आपकी Audience आपके Posts पर Visit करती है और किस तरह के Content को अधिक पसंद करती है।
इस तरह Data Collect करने से आपके लिए चीज़ों को समझना आसान होगा और आप Next Step तक पहुँच पाओगे।
ये सब Research करने और Data Collect करने के लिए आप SEO Tools जैसे कि Ahrefs, SemRush, Ubersuggest, Moz, इत्यादि का Use कर सकते हैं।
Also Read : Why SEO Is Important?
Step - 2 : Keyword Research
Keyword Research एक ऐसा प्रोसेस होता है जिसमे आप अपने Topic के Relevant कुछ ऐसे Words or Phrases को सर्च करते हैं जिन्हे अक्सर आपकी Target Audience द्वारा Use किया जाता है।
For Example, आपकी Electronic Appliances की एक दुकान है जहां आप Mobiles, Laptops, Computers, TV, Washing Machines इत्यादि बेचते हैं।
अब यदि आप अपनी Website Design करते हैं और उस पर Content Post करना शुरू करते हैं तो Keyword Research Process के तहत आपको कुछ ऐसे Phrases को ढूंढना होगा जो काफी Use में होते हैं।
जैसे – Best Smartphones Under 10,000, Best TV Under 30,000, Laptops With 8 Gb Ram, etc.
Hubspot के अनुसार, 71% Marketers मानते हैं कि सही Keywords का चयन करना SEO की सबसे ज़रूरी प्राथमिकताओं में से एक है।
Keyword Research Process को समझने के लिए (How To Do Keyword Research) और Keyword Metrics को जानने के लिए इस Section को पढ़िए।
Keyword Research Process को सही तरीके से अंजाम देने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:
- आपको User Search Query का Intent समझना ज़रूरी है और ये भी जानना ज़रूरी है कि क्या उस Keyword की आपके Topic से कुछ Relevancy है।
- Keyword Research Process के तहत आप अपने Desired Keywords को दो भागों में बाँट सकते हैं – Primary and Secondary.
- Primary Keywords में उन Keywords को रखिये जिनमे Competition कम है, Search Volume अधिक है, और Keyword Difficulty कम है।
Secondary में ऐसे Keywords आएंगे जिनकी Search Volume कम है और Competition भी कम है। - शुरुआत में जब आपकी Website एकदम Fresh होती है तो आप Long-Tail Keywords पर ध्यान दे सकते हैं। Short Tail Keywords को कुछ समय बाद धीरे-धीरे Target करना शुरू कर सकते हैं।
- Relevant Keywords Find करने के लिए कुछ Free (Google Keyword Planner, Ubersuggest, Keyword Surfer, Keyword Everywhere, etc.) and Paid Tools (Ahrefs, SemRush, Moz, KeywordTool.io, etc.) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- इन Tools की मदद से आप अपने Competitors के Best Performing Keywords को सर्च कर सकते हैं और अपनी Target Keyword List में शामिल कर सकते हैं।
- इसके साथ ही आप Google के Autosuggestion Feature की मदद से भी Relevant Primary & Secondary Keywords का आईडिया ले सकते हैं।
- Google के SERP पर Bottom Section (नीचे की तरफ) में “Related Search” का एक Option आता है, जहाँ Google खुद ही आपको Relevant Keywords Suggest करता है।
- Keywords के अतिरिक्त यदि आपको Content Ideas चाहिए तो उसके लिए सबसे बेहतरीन Tools हैं Google Trends, Quora, and AnswerThePublic, जो आपको Free में Unlimited Content Ideas Provide करते हैं।
इन तरीकों का इस्तेमाल करके आप अपने लिए कुछ बेहतरीन Low Competition Keywords को Find कर सकते हैं और उन्हें अपने Content में Use कर सकते हैं।
जैसा कि हमने ऊपर कुछ Tools को Mention किया, आइये इनमे से एक Most Used Tool (Ubersuggest) का Use करके Keyword रिसर्च की जाए।
How To Do Keyword Research Using Ubersuggest Tool?
Ubersuggest एक बेहतरीन SEO Tool है जो Keyword Ideas देने के साथ-साथ Content Ideas, Traffic, Backlinks Profile, Competitors Analysis, इत्यादि की सुविधा भी देता है।
आइये Step-By-Step समझते हैं कि इसके माध्यम से Keywords कैसे Find करते हैं।
Keyword Overview :
Search Query में अपना कोई Relevant Phrase डालिये, Audience or Traffic Location Select करिये और सर्च कीजिये।
उदाहरण के लिए हमारा Relevant Phrase है – “SEO In Hindi”
इसे सर्च करते ही हमारे पास एक Keyword Overview आ जायेगा जो इस Keyword की Search Volume, SEO Difficulty, Paid Difficulty, and CPC को Show करेगा।
Keyword Ideas :
जैसे ही आप थोड़ा नीचे Scroll करेंगे, आपको Keywords Ideas का एक Section दिखेगा जहां विभिन्न Keywords को List किया गया है।
इन Keywords को इनके Trends, Volume, CPC (Cost Per Click), PD (Paid Difficulty), and SD (SEO Difficulty) के आधार पर लिस्ट किया गया होता है।
*CPC (Cost Per Click) : यदि आप Google पर अपने कुछ Main Keywords के लिए अपना Ad Run करते हो तो उसके लिए आपको उस Ad पर Click पाने के लिए Google को कुछ पैसा देना पड़ता है जिसे Cost Per Click कहा जाता है।
अगर किसी Keyword का CPC ज़्यादा है तो मतलब वो Keyword काफी अधिक Valuable है, क्योंकि लोग उस Keyword पर Rank करने के लिए Google को ज़्यादा पैसा देने के लिए भी तैयार हैं।
*PD (Paid Difficulty) : यह Paid Search (Ads) का Estimated Competition बताता है। जितनी ज़्यादा PD, उतना ही अधिक Competition.
*SD (SEO Difficulty) : यह Organic Results का Competition बताता है। ज़्यादा SD मतलब ज़्यादा Competition और उतना ही Organically Rank करना मुश्किल।
यहां आपको Related Keywords भी देखने को मिलेंगे, Questions, and Comparisons भी देखने को मिल जायेंगे।
अब जैसा कि आप देख सकते हैं कि विभिन्न Keywords की अलग-अलग CPC है, PD है, और SD है, ऐसे में आपका सवाल हो सकता है कि एक Right Keyword को कैसे Select किया जाए?
जैसा कि हम ऊपर भी बता चुके हैं कि अगर आपकी एक New Website है, तो Low Competition & Long Tail Keyword को Select करना बेहतर होगा।
इस उदाहरण में “SEO In Hindi”, What Is SEO In Hindi, On Page SEO In Hindi, SEO In Hindi Tutorial, जैसे कई Keywords हैं जिनका उपयोग Content में किया जा सकता है।
लेकिन, हमारा Primary Focus Keyword – SEO In Hindi होगा।
क्योंकि, यह एक ऐसा Keyword है जो Low Competition है, इसकी Search Volume भी बेहतर है, और CPC भी High है।
इसके अलावा, यदि आप और अधिक Secondary Keywords चाहते हैं तो आपको “View All Keywords Ideas” पर क्लिक करना होगा और ऊपर बताए गए नियमानुसार सही Keyword को Select करना होगा।
Content Ideas :
अगर आप Content Ideas लेना चाहते हैं तो Ubersuggest आपको बहुत से Content Ideas Provide करता है जिसके तहत आपको ऐसी Websites देखने को मिल जाती हैं जो आपके Query या Phrase को Target कर रही होती हैं।
जैसे आप यहां देख सकते हैं कि विभिन्न Websites हैं जो “SEO In Hindi” को Target कर रहीं हैं।
इसके साथ ही आप उस Particular Keyword के लिए Estimated Visits (Traffic), Backlinks, Social Media Shares इत्यादि देख सकते हैं।
इस तरह आप Ubersuggest के माध्यम से अपने लिए Keyword & Content Ideas Find कर सकते हैं।
Keyword Research के बाद बात आती है Content को Optimize करने की और Keywords को सही जगह Place करनी की।
Content Creation में इन दोनों ही चीज़ों का होना बेहद ज़रूरी है।
जैसे आप यहां देख सकते हैं कि विभिन्न Websites हैं जो “SEO In Hindi” को Target कर रहीं हैं।
इसके साथ ही आप उस Particular Keyword के लिए Estimated Visits (Traffic), Backlinks, Social Media Shares इत्यादि देख सकते हैं।
इस तरह आप Ubersuggest के माध्यम से अपने लिए Keyword & Content Ideas Find कर सकते हैं।
Keyword Research के बाद बात आती है Content को Optimize करने की और Keywords को सही जगह Place करनी की।
Content Creation में इन दोनों ही चीज़ों का होना बेहद ज़रूरी है।
Step - 3 : Perform On-Page SEO
On-Page एक ऐसी SEO Technique होती है जिसमे आप अपने Web Page के Internal Factors को Optimize करते हैं, अपने Content में Keyword Placement करते हैं, और Internal & External Linking के माध्यम से एक Search Engine Optimized Content तैयार करते हैं।
आइये इन तीनों Strategies को एक-एक करके समझते हैं।
1. Internal Factors Optimization
On-Page SEO के तहत निम्न Internal Factors को Optimize करना पड़ता है:
Title Tag : ये ऐसे HTML Elements होते हैं जो किसी Web Page का Title Define करते हैं जिससे Search Engine & User को उस Page की Information का पता चलता है।
हमें SERP (Search Engine Result Page) में जितने भी Results दिखते हैं वो सभी Title Tag के साथ ही होते हैं।
ये Search Results में Clickable Headline की Form में दिखाई देते हैं जो User Experience को बेहतर बनाने, SEO को Improve करने, और Social Sharing में मदद करते हैं।
Pro Tips :
1.अपने Title Tag में कुछ Power Words का Use करें जैसे- Ultimate Guide, Effective Strategies, Result Oriented, Profitable, Best, Top, etc.
2.इसके साथ ही कोशिश करें कि अपने Content Title में Number का Use कर सकें, जैसे- 9 Effective Ways, Learn Digital Marketing In 7 Steps, etc.
उदाहरण के लिए हम अपना Digitalazadi का Top 10 Marketing Automation Tools Blog ले लेते हैं जो Google के First Page पर Rank कर रहा है।
यहां Title Tag है – Top 10 Marketing Automation Tool For Small Business In 2024
Meta Description : Meta Description आपके Page की एक Short Summary (< 160 Words) होती है जो बताती है कि Content किस बारे में है।
Google इसे अपने SERP में Snippet के रूप में दिखाता है। कोई भी User आपके Title & Meta Description को देखकर ये अंदाज़ा लगा सकता है कि उसे अंदर क्या मिलने वाला है।
इसलिए, इसे Unique & Compelling बनाना ज़रूरी है।
ऊपर दिए गए उदाहरण में Title Tag के नीचे लिखा Content Meta Description कहलाता है।
Alt Text : ये Images के Names होते हैं जो Search Engine को समझाने के लिए दिए जाते हैं।
कई लोग अपने Content में इस्तेमाल Images का नाम “image002.jpg” की तरह रख देते हैं, जिससे Search Engine को ये समझ नहीं आता कि वो Image किस बारे में है और क्या Information दे रही है।
Image को अपने Content & Keywords के हिसाब से नाम देना ही Alt Text कहलाता है।
और ये बात केवल Image में ही नहीं, बल्कि Graphics & Videos में भी Applicable होती है।
उदाहरण के लिए यदि आप SEO Tools के ऊपर एक Blog लिख रहे हैं और Ubersuggest के Dashboard का Screenshot लेकर उसे अपने Content में Use करना चाहते हैं।
ऐसे में आपको अपनी Image का नाम “Ubersuggest Dashboard” रखना होगा और हो सके तो इसमें अपना कोई Keyword भी इस्तेमाल कर लें।
Permalink : Permalink किसी Page, Post, या Content का एक Complete URL होता जिसे आप Copy Paste करके कहीं भी Share कर सकते हैं।
On-Page SEO के तहत अपने Permalink को Crisp, Strong, and Keyword Rich बनाना ज़रूरी होता है।
इसे बेहतर बनाने की एक Pro Tip है कि आप इसमें कुछ Stop Words का इस्तेमाल न करें।
उदाहरण के लिए हमारा एक Blog है : YouTube SEO Checklist – Your Ultimate Guide To Getting Your Videos Ranked On YouTube
जब हमारा Default Permalink बनेगा तो वो कुछ प्रकार का बनेगा,
https://digitalazadi.com/youtube-seo-checklist-your -ultimate-guide-to-getting-your-videos-ranked-on-youtube
लेकिन, आपको पता होना चाहिए कि Google कुछ Stop Words जैसे कि a, the, is, your, on, etc. को Avoid करता है ताकि Crawling & Indexing का Process Fast हो सके।
इसलिए, आपको भी इस तरह के Stop Words को अपने Permalink में Use नहीं करना चाहिए।
अन्य Stop Words को जानने के लिए यहाँ Click कीजिए।
*Note : Post Publish होने के बाद कभी भी Permalink को Change या Update न करें।
H2, H3 Headings : सही Headline Tags को Use करना भी On-Page SEO की Checklist में शामिल है।
जब भी आप कोई Post लिख रहे हों तो कोशिश कीजिये कि आप अपनी Headings & Subheadings में Proper H1, H2, and H3 Tags का इस्तेमाल करें।
एक Effective Writing के लिए, जिससे Search Engine & Users दोनों को Information समझ आ सके, सही Headline Tags का उपयोग ज़रूरी है।
Optimization For Mobile : जैसा कि हम पहले भी बात कर चुके हैं कि Mobile Users की संख्या, Computer Users की संख्या की तुलना में लगातार बढ़ती जा रही है।
ऐसे में, Website Content को Mobile Friendly न बनाना सबसे बड़ी बेवकूफी होगी।
अब तो बल्कि, अपनी पिछली Updates में Google ने Mobile Friendly Pages को महत्व देना भी शुरू कर दिया है।
अब यदि आपकी Website Mobile Friendly है और Content भी Mobile User Friendly है तो आपकी Rank करने की सम्भावना काफी बढ़ जाती है।
लेकिन, अपनी Website, Content, Blog को Mobile Friendly कैसे बनाया जाए?
इसके लिए आपको कुछ बातों ध्यान में रखनी होंगी, जैसे,
- दो अलग-अलग URL के बजाय (एक Desktop के लिए और एक Mobile के लिए) केवल एक ही URL Create करें जिससे कोई भी Inbound Link आपके उस URL पर आ सके और आपको SEO का फायदा मिल सके।
- Mobile Device पर Screen Space Limited होता है, ऐसे में Menu Options सही से Show नहीं होते। इसलिए, हमेशा ध्यान रखें कि आपका Navigation Bar, Table of Content Optimized हो ताकि Users को Content रीड करने में कुछ दिक्कत न हो।
- क्योंकि Mobile Users अक्सर अपने एक हाथ, उंगली, और अंगूठे का इस्तेमाल करते हैं, आपको अपने Clickable Buttons की Positioning का ध्यान रखना होगा।
- कोई भी Heavy Files जैसे कोई High Resolution Image, Graphic, Video, Heavy Themes, और बहुत सारे Plugins, Website की Speed को प्रभावित करते हैं जिससे Bounce Rate बढ़ने लगता है।
- एक Mobile-Friendly Layout रखने की कोशिश करें जिसमे Font Size, Style, and Typography का भी विशेष ध्यान दें।
- अपने Content में Used Words को थोड़ा Tweak करें। उदाहरण के लिए, जहां आपने Chat Now का Use किया था, वहां अब Call Now Use करें और अपना Contact Number List करें।
इस तरह आप अपने लिए एक Responsive Website & Content तैयार कर सकते हैं जिससे आपको Traffic आने की सम्भावना बढ़ जाती है।
2. Keyword Placement
अब जब आपके पास Keywords की एक List तैयार हो जाती है तो बात आती है उन्हें सही जगह Place करने की।
अगर Keyword Placement Accurate नहीं होगी तो On-Page SEO का कोई मतलब नहीं रह जाएगा और आपकी Ranking में कुछ भी Positive Impact नहीं दिखेगा।
जहां 67% Clicks केवल पहले पांच Results पर आते हैं, आप नहीं चाहेंगे कि आपकी Ranking पर कुछ Negative Impact पड़े।
तो आइये इस सवाल का भी जवाब आपको देते हैं और समझते हैं कि – Where To Use Keywords For SEO ?
- Page Title : आपके Page Title में Keyword होने से Google & User दोनों के लिए इसे समझना आसान होगा।
यहां आप अपना कोई भी Primary Keyword Use कर सकते हैं, पर ध्यान रहे कि Title 55 Characters से अधिक लंबा न हो।
2. Meta Description : एक अच्छा Meta Description भी Search Engine को आपके Content की जानकारी उपलब्ध कराता है।
ऐसे में इसे Crisp रखना, Unique बनाना, और इसमें Keyword का इस्तेमाल करना बेहद ज़रूरी है।
3. Content : अपने Content में Primary and Secondary Keywords (LSI) का होना अपने आप में ही उस Content को SEO Friendly बना देता है।
लेकिन, कई बार लोग Keywords को बार-बार Use करते हैं और उसे Search Engine के लिए Optimize करने का प्रयास करते हैं।
लेकिन, इस Process में वो Keywords को Natural Flow में Use नहीं कर पाते और Stuffing कर देते हैं जिसे Keyword Stuffing कहा जाता है।
Keyword Stuffing से आपको हर हाल में बचना चाहिए, क्योंकि Google अपने Algorithms की मदद से ऐसे Content को Ban करने लगा है।
अब सिर्फ Search Engine के लिए ही Optimization करना काफी नहीं है, बल्कि आपको Users के लिए भी Optimization करना पड़ेगा।
Users के लिए Optimize करने के लिए:
- Keyword को Natural Flow में Use करें
- Keyword को अपने Content के First 100 Words में Use करें
- Content में अलग-अलग Variations के साथ Relevant Keywords का Use करें।
- URL : URL में Keyword का होना एक अच्छे SEO Content का Signal होता है।
Keyword डालने के साथ ही आपको याद रखना है कि URL में कोई Stop Word न हो। Stop Words का ज़िक्र हम ऊपर कर चुके हैं।
5. Image Alt Text : Search Engine Crawlers आपकी Image, Graphics, Videos इन सभी को Crawl करते हैं और Index करते हैं।
ऐसे में, इनके नाम में Keyword के होने से Boats Content को आसानी से समझ पाएंगे जिससे उस Post के SEO में फायदा मिलेगा।
6. Heading and Subheadings : Headings में Keyword की Importance को तो हमने ऊपर जान ही लिया है, लेकिन Subheadings में Keywords की भी उतनी ही Importance है।
क्योंकि, आजकल लोग किसी चीज़ को पूरा Read करने से ज़्यादा उसे Scan करने में अधिक विश्वास रखते हैं, इसलिए विभिन्न Subheading Create करना और उनमे Keywords Use करना मुख्य प्राथमिकता बन जाती है।
7. Anchor Text : ये ऐसे Texts होते हैं जो एक Keyword के Form में होते हैं और Clickable होते हैं जिसके माध्यम से Traffic को अपने किस अन्य Content पर भेज रहे होते हैं।
उदाहरण के लिए – SEO Vs SEM In Hindi
3. Internal & External Linking
On-Page SEO के आखिरी Steps में शामिल है Content को Internally & Externally Link करना।
Internal & External Linking किसी भी Web Page के Basic Building Blocks होते हैं जिन्हें Google भी पसंद करता है।
Linking दो प्रकार से होती है:
पहली है Internal Linking, जिसके तहत आप अपनी Website पर पहले से ही Published किन्हीं दो Blogs या Content Pieces को एक-दूसरे से लिंक करते हैं।
इसमें एक बात ध्यान रखें कि Linked Content एक-दूसरे से Relevant होना चाहिए और Users के लिए एक Additional Source of Information की तरह काम करने चाहिए।
इसी तरह दूसरी Linking Strategy का नाम है External Linking, जिसके तहत आप अपने Web Page Content को किसी अन्य Website के Web Page के साथ Link करते हैं और अपना Link Juice उस Website पर Divert करते हैं।
External Linking को अंजाम देने के लिए अक्सर High Domain Authority की Websites को Select किया जाता है।
जब भी आप अपने Web Page को अपनी ही Niche की किसी High Domain Authority Website के साथ लिंक करते हैं तो Google भी ये समझ जाता है कि आप Quality Content Create कर रहे हैं और Users को सही Information Provide कर रहे हैं।
इससे धीरे-धीरे आपकी Website को भी Value मिलने लगती है और आपकी Authority बढ़ने लगती है।
*Pro Tip : Linking करते समय Anchor Text को Use करना न भूलें। ये आपकी Website को Rank करने में उपयोगी है।
Step - 4 : Give a Clear & Strong Call To Action
Content Create करने के पीछे हर किसी का कुछ न कुछ Goal या Objective होता है।
बिना Objective के Content Create करने से Quality, Engagement, User Experience इत्यादि पर फ़र्क पड़ता है।
आप नहीं चाहेंगे कि इतनी मेहनत से Create किये गए Content को पढ़ कर लोग कुछ Action न लें।
यदि आप उन्हें कोई Action लेने के लिए मज़बूर करना चाहते हैं तो आपको अपने Content में एक Strong & Clear Call-To-Action देना होगा।
Call To Action Decide करने के लिए आपको अपने Objective पर फोकस करना होगा।
आप अपनी Audience से क्या चाहते हैं?
क्या आप उनसे Signup कराना चाहते हैं?
क्या आप उनके Contact Details लेना चाहते हैं?
क्या आप उन्हें अपने किसी अन्य Page या Source पर भेजना चाहते हैं?
क्या आप उन्हें अपना कोई Product बेचना चाहते हैं?
इस तरह के सवालों को आप खुद से पूछकर अपने Objective का पता लगा सकते हैं और कुछ Powerful Words की मदद से Audience को Action लेने के लिए Direct कर सकते हैं।
Conclusion
Content को Organically Rank कराने के लिए Search Engine Optimization Technique का Use किया जाता है।
इसके तहत आपको अपने Web Page के Internal & External Factors को Optimize करना होता है और कुछ अन्य महत्वपूर्ण चीज़ों को ध्यान में रखना होता है।
आज हमने आपको Internal Factors को Optimize करने से जुडी जानकारी दी है और बताया है कि कैसे Search Engine Optimized Content लिखा जाता है।
Content को लिखने से पहले क्या रिसर्च करनी है और Content लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना है, इत्यादि को जानना भी ज़रूरी है।
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यहां SEO के अलावा आपको अन्य High-Income Skills जैसे कि Google Ads, Facebook Ads, YouTube Ads, Copywriting, Blogging, Dropshipping, इत्यादि के बारे में सिखाया जायेगा।
2 Responses
Intersted
Hello Dr. Prasanna Kar.
मैं Digital Marketing सिखाता हूं हिंदी में और साथ ही ये भी बताता हूँ की कैसे आप Digital Marketing सीख कर अपने लिए पैसे कमाने के नए ज़रिए बना सकते हैं।
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